Thursday, August 13, 2009

बारिश की एहसास

हलकी सी रौशनी आए
झूमे यह हवाएं
पंशी गुनगुनाये
छाई है देखो कैसी काली यह घटाएं

भीनी-भीनी सी खुशबु लाये
कलिया मुस्कुराये,
बारिश के बूंदों के बीच
देखो कोयलिया मधुर संगीत सुनाएं

आँगन में नाचे मयूरी मगन
कही दूर,बाजे पायलिया छ्न-छ्न
लहरायें यह मृदु पवन
खुशी से झूमें आज मेरा भी मन



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